Saturday, December 5, 2009

सोच

एक कहानी पढ़ी कहानी कुछ इस प्रकार थी ..............
एक परिवार जो मधियम वर्ग का था शहर में रहता है और सामान्य जीवन व्यतीत कर ता है । एक दिन उन के चाचा जी आते हैं । पति पत्नी उन्हें देखकर परेशान हो जाते है की कहीं ये हम से कुछ पैसा आदि न मांग ले ...........
परिवार तनाव में । पति सोचता है की अभी खर्चा अधिक है बचे की फीस, लड़की की दवाई और अन्य खर्चे भी हैं । और चाचा जी भी आ गए ।
इसी उधेड़बुन में खाना खाया जाता है परन्तु चाचा जी खाने के बाद उनको दस हज़ार रुपये दे कर वापस चले जाते हैं दोनों पति पत्नी एक दुसरे को देखते हुए सोचते रह्जाते हैं...............!
शायद यह हर घर की कहानी है ..........उस व्यक्ति की जगह मैं भी हो ता तो यही सोचता क्योकि आज के हालात हैं यह सब करने व् सोच ने पैर मजबूर कर देते हैं.............................!

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