KANDWAL
Friday, December 4, 2009
आज कल के शहरी वातावरण में रिश्ते किस प्रकार अपना अर्थ खोते जा रहे हैं इस का उदहारण में आप को कल एक कहानी के दुवारा दूऊँगा । दरअसल आज कल की महगाई बढाती, जिमय्दारियां आदि आदमी को यह सब कर ने के लिया मजबूर कर देती हैं
शेष कल..............!
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